कुकडेश्वर – श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव की पावन नगरी में हल्दीघाटी से संपूर्ण भारतवर्ष मे भ्रमण हेतु 31 वर्षीय गो पालन, पर्यावरण एवं आध्यात्म चेतना पदयात्रा महादेव मंदिर प्रांगण पहुंची, जहां पर गोपालानंद सरस्वती के शिष्य श्री सूरज गोपाल जी महाराज ने धर्म सभा में आध्यात्मिक कथा के दौरान सनातन धर्म एवं गौ माता की पूजा अर्चना के साथ ही गौ माता से प्राप्त होने वाले दुध एवं गोमूत्र गोबर की 90 तरह की दवाइयां का वर्णन बताया आपने बताया कि आज भारतीय संस्कृति व हिंदू धर्म का इस कदर हष्र हो रहा है।
आज हम हिंदू होकर भी विशेष कर महिलाएं अपने भारतीय संस्कृति का पहनाव भूल कर पाश्चात्य संस्कृत की ओर बढ़ते हुए कटे-फटे कपड़े पहनकर फुहड़ता को बढ़ावा दे रही है। विधर्मीयों पर कभी भी विश्वास नहीं करना चाहिए चाहे कितने घनिष्ठ व्यवहार हो विधर्मी पर विश्वास नहीं करना चाहिए आपने गौ माता की सेवा एवं देसी गौ माता पालन के कई महत्व बताएं जीवन की उन्नति एवं परिवार शांति एवं सुख में व्यतीत हो इसके बारे में संपूर्ण जानकारी आध्यात्म चेतना पदयात्रा में गोपालन कथा में सैकड़ो महिला पुरुष के साथ ही विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल एवं अरावली गौशाला के स्वयंसेवक उपस्थित थे। नगर के धर्मावलंबीयों ने कथा का रसा स्वादन किया श्री गौ माता जी की अद्भुत महिमा का वर्णन बताया 31 वर्षीय पर्यावरण आध्यात्म चेतना पदयात्रा गांव गांव में भ्रमण कर रही है, जो पदयात्रा 4 दिसंबर 2012 से प्रारंभ हुई जिसके पूर्णाहुति 3 दिसंबर 2043 को होगी। गो कृपा कथा में बड़ी संख्या में माताएँ बहने तथा गौ सेवक व गोपालक उपस्थित थे। कथा के अंत में गोमाता की आरती उतार कर सभी को प्रसादी वितरित की गई। कार्यक्रम के अंत में सभी का आभार अरावली गौशाला के कोषाध्यक्ष महावीर सिसोदिया ने व्यक्त किया।