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Strike: चिकित्सकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल, नहीं पूरी हो रही ये मांगे…पढ़िए।

भोपाल – मध्यप्रदेश में एक बार फिर से चिकित्सक संघ अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की तैयारी में है। 17 फरवरी को सभी कार्यों को बंद रखा जाएगा। इस संबंध में सभी अन्य संगठनों को आंदोलन में शामिल होने पर उनके प्रति आभार प्रकट किया गया। इसके साथ ही चिकित्सक संघ एक बार फिर से सरकार के सामने अपनी मांग रखेंगे। इससे पहले भी चिकित्सक संघ द्वारा राज्य शासन के समक्ष अपनी मांग रखी गई थी।

चिकित्सकों की मांग प्रशासन की तरफ से कोई स्थिति स्पष्ट नहीं

इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के अलावा कमिश्नर हेल्थ सुदाम खाडे और कमिश्नर मेडिकल एजुकेशन से मुलाकात भी की गई थी। हालांकि चिकित्सकों की मांग प्रशासन की तरफ से कोई स्थिति स्पष्ट नहीं रही और मुलाकात बेनतीजा रही थी जिसके बाद कर्मचारी उग्र हो गए हैं। कहा जा रहा है कि अगर शासन मांगों पर गौर नहीं करता है तो 17 फरवरी से चिकित्सक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। 20 प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन बहाली क्रमोन्नति कार्य की नियमितता की मांग सहित को लड़ने 20 मांगे शामिल है।

चिकित्सकीय संवर्ग के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) लागू करें, डॉक्टरों की हो पदोन्नति

मध्यप्रदेश शासकीय/स्वशासी चिकित्सक महासंघ की मांगों में डॉक्टरों को काम करने के लिए उचित वातावरण मिले और प्रशासनिक अधिकारियों की दखलअंदाजी रुके, उच्चतम पदों पर चिकित्सकीय संवर्ग के अधिकारियों की पदस्थापना हो, समस्त विभागों में कार्यरत चिकित्सकों के लिए डायनेमिक एश्योर्ड करियर प्रोगेशन DACP के आदेश जारी हो, सभी चिकित्सकीय संवर्ग के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) लागू करें, डॉक्टरों की पदोन्नति प्रमुख रूप से शामिल है।
इन्हीं मांगों को लेकर गुरूवार को प्रदेशभर के 49 जिला अस्पताल, 13 मेडिकल कॉलेज और भोपाल गैस राहत अस्पताल के डॉक्टरों ने सुबह 10 से 12 बजे तक दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल की। इसके अलावा वो हाथ पर काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। हड़ताल के दौरा ओपीडी, इनडोर, वार्ड राउंड इत्यादि तथा इमरजेंसी सेवाएं बाधित रही।

घेरने लगी बीमारिया, आया बीमारियों का मौसम

मौसम बदलते ही लोगों बीमारियां घेरने लग जाती हैं। ऐसे में डॉक्टरों के हड़ताल ने मरीजों की सांसे बढ़ा दी है। मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। दूर से आने वाले मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता हैं।

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Author: MP7 News

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