मनासा – एक्सीडेंटल कार्ड की टीम गांव गांव पहुंच यातायात नियम की जानकारी देने के साथ ही लोगो को जागरूक करने का काम कर रही है। लोग भी एक्सीडेंटल कार्ड की पहल की सराहना कर रहे है और अपने वाहन पर कार्ड लगा रहे है। शुक्रवार को कलेक्टर दिनेश जैन के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा गांव गांव रक्त परिक्षण शिविर लगाया गया इसमें एक्सीडेंटल कार्ड की टीम गांव में जागरूकता का संदेश दिया और अधिक से अधिक लोगों से संपर्क कर उन्हें रक्त परीक्षण के लिए प्रेरित किया। एक्सीडेटल कार्ड में भी ब्लड़ ग्रुप की अहम भुमिका है।
एक्सीडेंटल कार्ड में वाहन चालक का ब्लड ग्रुप की भी जानकारी रहती है जिससे दूर्घटना पर रक्त की आवश्यकता पड़ने पर आसानी से ब्लड़ अरेंज किया जा सकता है। इसे देखते हुए ग्रामीण और नगर वासी आगे रहकर अपने वाहनों पर एक्सीडेंटल कार्ड लगा रहे है। ग्राम पंचायत मोरवन में ग्राम पंचायत सरपंच प्रतिनिधि पृथ्वीराज भील, सचिव रामप्रसाद परमार, पटवारी राजकुमार शर्मा ने अपनी बाइक पर एक्सीडेंटल कार्ड लगाया और लोगों को जागरूकता संदेश दिया। बराड़ा, आमलीभाट, दडौली, मांड़ा, अरनिया मामादेव, बावल, धामनिया, मड़ावदा, निलिया, बरलाई, रूपपुरा, भाटखेड़ी और नगर परिषद कुकडेश्वर में लगे शिविर में ग्रामीणों से जागरूकता दिखाई और अपने वाहनों पर एक्सीडेंटल कार्ड लगवाया।
नीमच जिला कलेक्टर दिनेश जैन ने की सराहना –
एक्सीडेंटल कार्ड की टीम ने गत दिनों कलेक्टोरेट पहुंच कलेक्टर दिनेश जैन से भेंट कर पूरी योजना की जानकारी दी थी। इस पर मोरवन रक्त परिक्षण शिविर में पहुंचे कलेक्टर दिनेश जैन ने एक्सीडेंटल कार्ड की सराहना की। कलेक्टर जैन ने कहा एक्सीडेंटल कार्ड बढ़ती दूर्घटना का देखते हुए एक अनुकरणीय पहल है। इससे लोगों में जागरूकता आएगी और एक्सीडेंटल कार्ड की मदद से दूर्घटना पर परिवारजन को तत्काल सूचना मिलेगी जिससे उपचार में भी मदद मिलेगी।
एक्सीडेंटल कार्ड में यह जानकारी –
एक्सीडेंटल कार्ड में वाहन चालक नाम, वाहन का नंबर व मोबाइल नंबर, उसके निवास और ब्लड़ ग्रुप की जानकारी, रिश्तेदार/परिवारजन का नाम व मोबाइल नंबर, मित्र/परिचित का नाम व मोबाइल नंबर,
और एक इमरजेंसी कान्टेक्ट नंबर रहेगा।
क्यों जरूरी है एक्सीडेंटल कार्ड –
एक्सीडेंल कार्ड में आपके ब्लड़ ग्रुप की जानकारी रहती है। अगर दूर्घटना होती है और घायल को खुन की आवश्यकता हो तो एक्सीडेंटल कार्ड से ब्लड़ ग्रुप की जानकारी मिलने से उसे अरेंज करने में परेशानी नहीं होगी। वहीं समय पर परिवारजन को सूचना मिलने पर घायल को उपचार में मदद मिलेगी। परिवारजन घायल को अपनी सुविधार अनुसार बेहतर चिकित्सालय में ले जा सकते है। जिससे समय पर उचित उपचार मिलने से घायल को बचाया जा सकता है।
पार्किंग में बनेगा मददगार –
यदि वाहन पार्किंग में फसा हुआ है और उक्त वाहन पर एक्सीडेंटल कार्ड लगा है तो क्यू आर को स्कैन कर आप उक्त वाहन चालक से अपना वाहन हटाने का निवेदन कर सकता है। इससे समय की बचत होगी और पार्किंग में जाम की स्थिति भी नहीं बनेगी।