गौ प्रसादम परिवार का पांच गौशालाओं में कंबल भेंट कार्यक्रम सम्पन्न
नीमच – निराश्रित बीमार गोवंश की ठंड से सुरक्षा के लिए गौ प्रसादम् परिवार द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत आज श्री शांतिनाथ गौशाला चिताखेड़ा, श्री जैन गौशाला चेनपुरा, श्री महावीर गौशाला जीरन, आदर्श गौशाला केलुखेड़ा, श्री मद् भागवत गौशाला भाटखेड़ा में जाकर गरम कंबल भेंट किए और वहां की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।
गौ प्रसादम् परिवार के मार्गदर्शक एवं राष्ट्रीय गौसेवा संघ के गौकथा प्रवक्ता एवं प्रचारक दशरथानंद सरस्वती ने गाय का माहात्म्य बताते हुए कहा कि गाव: स्वर्गस्य सोपानं गाव: स्वर्गेऽपि पूजिता:। गाव: कामदुहो देव्यो नान्यत् किञ्चत् परं स्मृतम्।।अर्थात्:- गौमाता ही स्वर्ग की सीढ़ी हैं और स्वर्ग में भी उनका पूजन होता हैं। वे समस्त कामनाओं को पूर्ण करने वाली देवियां हैं। इनसे बढ़कर जगत में दूसरा कोई नहीं। गाय धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष हीं नहीं अपितु हमें पंचम पुरुषार्थ भगवद प्रेम भी प्रदान करती है जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण बृज की गोपियां है। इसलिए हमारे धर्म एवं संस्कृति के लिए गौवंश को संरक्षित करना आज की अत्यंत आवश्यकता है। गौवंश के लिए कंबल सेवा में पं. परशराम शर्मा, पं. सत्यनारायण शर्मा, पं.भागीरथ शर्मा, पं. दिनेश शर्मा ग्लास वाले, गौवत्स पं. चेतन शर्मा, पं. घनश्याम शास्त्री, पं. प्रवीण पंड्या, पं. दिनेश शर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे। उक्त जानकारी गौ प्रसादम परिवार के जिला मीडिया प्रभारी दिलीप पाटीदार जावी ने दी।