कुकड़ेश्वर – बांग्लादेश में पुरुषो के साथ महिलाये भी प्रताड़ित, महिलाओ के साथ घटित मणिपुर कांड, महिला के साथ घटित हाथरस कांड व वर्तमान में 9 अगस्त का त्वरित मामला, कोलकत्ता में महिला डॉक्टर के साथ कारित घटना, रोंगटे खड़े करने वाली घटनाये सामने है। इन घटनाओ के विरोध में, देशभर में ज्ञापन देकर अपराधियो के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की मांग की जा रही। वंही मध्य प्रदेश के नीमच जिले की मनासा तहसील में एक नया मामला उभर कर सामने आया है, वो भी उस समय जब देश में 78 वाँ स्वतन्त्रता दिवस मनाया जा रहा है और रक्षा बन्धन त्यौहार चल रहा है। ऐसे दिवस में एक दबंग सरपंच की दबंगई की घटना भी आज पुलिस थाने में पहुंच गई है। मनासा विधान सभा क्षेत्र व पुलिस थाना कुकड़ेश्वर अंतर्गत गाँव खडावदा निवासी इंद्रा जाट आंगनवाडी कार्यकर्ता के पद पर ग्राम मोकडी में पदस्थ है, जो दिनाँक 16 अगस्त 2024 को आंगनवाडी केन्द्र गांव मोकडी पर ड्युटी पर उपस्थित होकर कार्य कर रही थी। उसके बाद करीब सुबह11.30 बजे, पंचायत भवन गई। वहा आंगनवाडी कार्यकर्ता द्वारा के.वाई.सी. से संबंधित कार्य किया, वापस करीब दोपहर 1 बजे, आंगनवाडी केन्द्र गई। कार्यकर्ता इंद्रा जाट ने बताया कि आंगनवाडी केंद्र मे, मेरे साथ मेरी सहायिका रामकुंवर राजपुत भी कार्य कर रही थी। मेने आगंनवाडी में आवेदन लिये बच्चो के अभिभावको से बात की, उसके बाद महिलाओं से बात की उसके बाद, में आगनवाडी केन्द्र पर बच्चो को नाश्ता व खाने की उपस्थिति, सम्पर्क ऐप में व पोषण ट्रेकर में दर्ज कर, खाना बाट रही थी। तभी वहा पर ग्राम पंचायत मोकडी के सरपंच कैलाश पिता शिवलाल राठौर, जाति – बंजारा आये। और उन्होने आकर मुझसे बोला कि तेरी ड्युटी पंचायत में लगी थी, तू यहा आंगनवाडी में क्या कर रही है, मैंने सरपंच से बोला कि मैं यहा पर बच्चो की उपस्थिति व फोटो लेने आयी हूँ और वापस पंचायत जा रही हूँ, तब सरपंच ने मुझसे कहा कि चल तेरा रिकार्ड बता, मैंने उन्हे उपस्थिति रजिस्टर बताया तो उन्होने कहा कि कितने बच्चे खाना खा रहे है, ये भी बता, उन्होने मुझे खाने की कैश बुक बताने को कहा, जो मेरे पास नही थी। तो मैंने सरपंच से बोला कि मेरे पास केश बुक नही है, उन्होने कहा कि 8 बच्चे खाना खा रहे है। आंगनवाडी पर और बच्चे क्यों नही है, जबकि रजिस्टर में 47 बच्चे दर्ज है, मैंने उनसे कहा कि कुछ बच्चे विद्यालय में बैठे है और कुछ बच्चे प्राईवेट स्कूल में जा रहे है और कुछ बच्चे इतने छोटे है, जो आंगनवाडी में नही आ सकते और कभी कभी 22 से 23 बच्चे आगंनवाडी में आ जाते है व राखी का त्यौहार होने के कारण बच्चे नही आ रहे है। सरपंच ने ये सब एक कागज पर लिखा कि, तेरे पास कैश बुक नही है, और एम.डी.एम. का रजिस्टर भी नही है, फिर उन्होने मुझसे कहा कि तू उक्त लिखे कागज पर हस्ताक्षर कर, तो मैने हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। फिर सरपंच कैलाश राठौर बंजारा ने मेरा हाथ पकड कर, दरवाजे तक धक्का दिया और मेरा मोबाईल भी सरपंच ने छीन लिया। फिर सरपंच ने मुझे पीछे से धक्का दिया, फिर मैंने अपना मोबाईल उनसे वापस ले लिया, सरपंच द्वारा मुझ कार्यकर्ता के साथ की गई, धक्का मुक्की के कारण में बच्चो को नाश्ता दे रही थी, जो नही दे पाई, जिससे शासकीय कार्य में बाधा पहुँची, फिर मैंने सरपंच से कहा कि मैं अभी गाँव में जाती हुँ और लोगो को बुलाकर लाती हूँ। तब सरपंच ने बोला जा तेरे जिसको बुलाकर लाना है उसे ले आ। मैं बिना चप्पल के आंगनवाडी से रोती हुई, गाँव की तरफ गयी, गाँव के रितेशसिंह, देवेन्द्रसिंह, विजयसिंह व अन्य लोगो को, जो रास्ते में मिले, उनको मेने, मेरे साथ हुई घटना की सारी बात बतायी, तभी सरपंच भी वहा आ गया, उन्होने कहा तेरी सुपरवाईजर से बात कर, मैंने मैडम से बात भी की, तभी सरपंच ने कहा यहा तेरी किसी भी बात का निराकरण नही होगा, तू पंचायत चल, फिर मैं पंचायत भवन भी गई। तब गाँव के लोग भी मेरे साथ में आये, फिर में पंचायत भवन पर सांय 5.30 बजे तक रूकी, जहा पर लोगो ने मुझे समझाने का प्रयास किया। मेने मेरे घर जाकर, मेरे साथ हुई घटना की बात, मैने मेरे पति व लडके को बताई, कि दिनांक 16 अगस्त 2024 को सरपंच कैलाश राठौर द्वारा मेरे साथ बत्तमीजी व झुमाझटकी की गई है। जिसके संबंध में आज दिनांक 18 अगस्त 2024 को पुलिस थाना कुकड़ेश्वर में, में उक्त घटित घटना के सम्बन्ध में आवेदन लेकर गई। उक्त प्रकरण में उप निरिक्षक राखी सेंगर महिला थाना नीमच द्वारा मेरे बयान लेकर पुलिस थाना कुकड़ेश्वर द्वारा कैलाश राठौर पिता शिवलाल राठौर, जाति – बंजारा, सरपंच – ग्राम पंचायत मोकड़ी के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत धारा 132 व 115 (2) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
उक्त प्रकरण उप निरिक्षक राखी सेंगर महिला थाना नीमच की सी.सी.टी.एन.एस. आईडी थाने पर मौजूद नही होने से सहायक उप निरिक्षक दिलीप कुमार कलमोदिया की आईडी से कायमी की जाती है।