जनशिक्षा केंद्र ने किया शिक्षकों को भामाशाह समूह संचालक को किया सम्मानित
जावद – छात्र हित, शिक्षा हित व समाज हित के ध्येय को पूर्ण करने में सतत प्रयत्नशील शिक्षकों, शालाओं को भामाशाह के रूप में समय समय पर सहयोग करने वाले नागरिकों एवं बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण मध्यान्ह भोजन प्रदान करने वाले समूह संचालकों को जनशिक्षा केंद्र जनकपुर मोरवन द्वारा एक समारोह में सम्मानित किया गया। जनशिक्षा केंद्र प्रभारी एम.एल. वर्मा, जनशिक्षक पी.एल. पाटीदार, रमेश गोस्वामी ने आयोजन को लेकर सयुंक्त वक्तव्य में बताया है कि क्षैत्र की शालाओ मे नई शिक्षा नीति अंतर्गत एफ एल एन, दक्षता उन्ययन, बेहतरीन गतिविधि, शाला में नियमितता, अकादमी कार्य में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों अतिथि शिक्षकों व ग्रामीण क्षेत्र की शालाओ मे समय समय पर सहयोग करने वाले गणमान्य नागरिक बंधुओं एवं शासन की महत्वपूर्ण योजना पीएम पोषण गुणवत्ता पूर्ण मेनू अनुसार प्रदान करने वाले स्व सहायता समूहों के अध्यक्षों को प्रश्सति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
आयोजन में 24 शालाओ मे लगभग 30 शिक्षकों, चार स्वसहायता समूह व सात भामाशाह रूप में सहयोगी दानदाताओं को सम्मानित किया गया है।
आयोजन की अध्यक्षता प्रवीण नागोरी सरपंच दडौली द्वारा की गई। इस अवसर पर जनशिक्षक पी.एल. पाटीदार द्वारा कक्षा 5 वीं व 8 वीं मे सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया जायेगा, जानकारी दी । प्रभारी एम.एल. वर्मा द्वारा ऐसे आयोजन प्रतिवर्ष व व्यापक स्तर से किया जायेगा। इस सत्र में कक्षा 5 वीं मे प्रथम आनेवाले छात्र को 1000/- व 8 वी मे 1500/- व 10 वी मे 2000/- कक्षा 12 मे प्रथम आनेवाले छात्र को 2500/- रूपये पारितोषिक प्रदान करने की घोषणा की गई। कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले शिक्षक लालसिंह जाट, विरेन्द्र सिंह भाटी, अंबालाल मेघवाल, साधना बैरागी, सीमा साहू ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन कर रहे जनशिक्षक रमेश गोस्वामी ने बताया कि जनशिक्षा केंद्र के सभी कार्य संतोषजनक रहते है, समय पर वरिष्ठ कार्यालय को जानकारियां दी जाती हैं। उसमें आप सभी शिक्षकों का योगदान है। छात्रों का सर्वांगीण विकास आपका हमारा ध्येय हैं। सभी निष्ठा से अपने कर्तव्य को निभा रहे है। सभी सम्मानित शिक्षकों का अभिनंदन। कार्यक्रम में अंत मे आभार जनशिक्षक पी.एल. पाटीदार द्वारा व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी 17 मार्च को आयोजित साक्षरता परीक्षा को सेवा के रूप में स्वीकार कर सम्पन्न करे। हम सब मिलकर साक्षरता के पावन लक्ष्य को पूर्ण करने में सहयोगी बनेंगे। स्वल्पाहार चाय के पश्चात कार्यक्रम का समापन किया गया।