नीमच – नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति अंतर्गत एफ.एल. एन. बच्चों मे बेसिक शिक्षा के साथ सर्वांगीण विकास को लेकर कारगार योजना कक्षा एक से तीन तक मध्यप्रदेश के सभी शासकीय विद्यालयों में संचालित किया जा रहा है। इसी कडी मे जिला शिक्षा केन्द्र नीमच द्वारा डीपीसी एवं एफ.एल.एन. प्रभारी अर्पिता शर्मा, ए.पी.सी. अम्बिका प्रसाद जोशी के कुशल मार्गदर्शन में जिले के जनशिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित कर मेला आयोजन को लेकर व्यापक योजना तैयार की गई थी। फलस्वरूप सम्पूर्ण मध्यप्रदेश के साथ ही नीमच जिले के जनशिक्षा केंद्र शा.उ.मा.वि. जनकपुर – मोरवन अंतर्गत क्षैत्र के चौवीस प्राथमिक विद्यालयों मे हिंदी दिवस पर एफ.एल.एन. मेला बहुत ही रोचक एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मूल उद्देश्य की कल्पना को साकार करते हुए उल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। क्षैत्र के सभी स्कूलों में मेले का विधिवत शुभारंभ जनप्रतिनिधियों एवं एस.एम.सी. अध्यक्षों गाँव के गणमान्य नागरिक बंधुओं एवं योजना अनुसार माताओं की उपस्थिति में हुआ। मेले मे बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर शिक्षकों द्वारा किए जा रहे प्रयासों को जानने बच्चों के स्तर का पता लगाने के लिए पंजीकरण बौद्धिक, गणितीय ज्ञान, शारिरिक विकास, भाषा विकास जैसे विभिन्न कांउटर लगाकर माता बच्चे की उपस्थिति में वांलियटर द्वारा राज्य शिक्षा केन्द्र से प्राप्त कार्ड अनुसार टेस्ट लिया गया।
म.प्र. स्कूल शिक्षा विभाग व राज्य शिक्षा केन्द्र की अभिनव योजना का गांव गांव में अपार उत्साह एवं अभिभावकों द्वारा व्यापक प्रशंसा की गई। गांवों में जनप्रतिनिधियों, प्रबंधन समितियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, अभिभावकों ने वालिंयटर के रूप में सहयोग कर मेले को सफल बनाने में बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जनशिक्षा केन्द्र प्रभारी एम.एल. वर्मा, जनशिक्षक पी.एल. पाटीदार, आर.गोस्वामी द्वारा क्षैत्रीय स्कूलों में भ्रमण कर मेले के आयोजन का अवलोकन किया। साथ ही बी.आर.सी. से भी बी.ए.सी. अशोक सकवाडिया, घनश्याम मेघवाल ने भी अवलोकन कर जनशिक्षा केन्द्र के स्कूलों में मेले की व्यवस्थाओं एवं माताओं की उपस्थिति को लेकर प्रशंसा व्यक्त की।