कुकड़ेश्वर – मध्यप्रदेश के नीमच जिले के कुकड़ेश्वर नगर से उत्तर दिशा की और भगवान श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव का अति प्राचीन मंदिर स्थित है। जँहा सावन मास और शिव रात्रि में भक्तो का ताता लगा रहता है। प्रति वर्ष शिवरात्रि पर श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव के प्रांगण में 10 दिवसीय मेले का आयोजन होता है। तथा प्रतिवर्ष सावन मास के अंतिम सोमवार पर कुकड़ेश्वर के राजाधिराज श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव की भव्य शाही सवारी श्रवण उत्सव मण्डल व शिवभक्तो द्वारा पुरे नगर में निकली जाती है। इस वर्ष भी शाही सवारी में भुत पिशाच का वेश धारण करते भक्तगण, भजन मण्डली, राजस्थानी नृत्य, अखाडा का कर्तव दिखने वाले कलाकार, बाहुबली हनुमान जी, दुर्गा वाहिनी तथा कई भक्तजन इस भव्य शाही सवारी में सम्मिलित हुए। शाही सवारी श्रीसहस्त्र मुखेश्वर महादेव से प्रारम्भ होकर नगर भ्रमण करते हुए बस स्टेण्ड पहुंची जँहा पर विशेष आयोजन हुए।
महादेव जी की पालकी श्री सांवरिया जी मन्दिर, प्रजापत समाज मन्दिर, आदिशक्ति माँ भवानी मन्दिर, पार्वती मन्दिर आदि देव स्थल पहुंची जंहा पर आरती हुई। शाही सवारी नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई पुनः श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव पहुँची। ततपश्चात शिव भक्तो द्वारा श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव की महाआरती की गयी। ततपश्चात भंडारे का आयोजन हुआ। सभी भक्त जन ने महाआरती में सम्मिलित होकर महाआरती का लाभ लिया। प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी सावन मास के अंतिम सोमवार यानि की कल 28 अगस्त सोमवार को भी श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव की बेंड बाजो, ढोल नगाड़ो और लावलश्कर के साथ भव्य शाही सवारी निकाली गयी। इस शाही सवारी में हजारो शिवभक्त उमड़े। भव्य व ऐतिहासिक शाही सवारी में श्रवण उत्सव समिति, शिवभक्तो, हिन्दू संगठनो, राजस्व विभाग, नगरवासियो, नगर पंचायत, पुलिस प्रशासन, नगर रक्षा समिति,पत्रकार बन्धुओ, युवाओ सहित समस्त जन का सराहनीय योगदान रहा।