कुकड़ेश्वर – कुकड़ेश्वर नगर से पूर्व दिशा में स्थित कुण्डलिया पंचायत के अंतर्गत विराजित माँ बामनिया (चिकली भागल) के टीले पर सुसज्जित व आस्था का केंद्र व आरोग्य स्थल है। उक्त प्रांगण में सप्तदिवसिय संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन रखा गया। श्री शिव महापुराण कथा का वाचन पंडित बलराम शास्त्री के मुखारबिंद से किया जा रहा है।
श्री शिव महापुराण कथा का रस पान करने के लिए सैकड़ो महिला – पुरुष माँ बामनिया पहुँच रहे है। 23 अगस्त को कुण्डलिया से माँ बामनिया तक भव्य कलश यात्रा सुबह 10 बजे प्रारम्भ हुई। हजारो मातृ शक्ति ने कलश यात्रा ने शामिल होकर, भव्य कलश यात्रा को भव्यता प्रदान की। दूसरे दिवस 24 अगस्त की संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा श्रवण करने पहुंचे क्षेत्रीय सेंकडो भक्तजन। भजन की धुन पर कई महिला पुरुष झूमते हुए दिखे। कथा प्रवक्ता पण्डित बलराम शास्त्री नोगांवा ने व्यासपीठ से उपस्थित शिव भक्तो को भगवान शिव की महिमा में बताया की भगवान शिव का नाम महज दो अक्षरो से बनकर बना है। शिव ही आदि है ओर शिव ही अनन्त है। भगवान शिव की पूजा अर्चना से जीवन में सुख शांति समृद्धि आती है।
जीवन में हर एक व्यक्ति को गौ पालन व गौ सेवा हर हाल में करना चाहिए। गौ माता की सेवा से जीवन धन्य होता है। घर के समस्त कष्ट गौ माता की सेवा करने से समाप्त हो जाते है।
ग्राम पंचायत कुण्डालिया के ग्राम भागल, चिकली, नई मनोटी, नया बरडिया, कुण्डालिया, गुजरत आदि ग्रामीण भक्तजनो के सहयोग से ऐतिहासिक शिव महापुराण कथा संचालित हो रही है। सभी क्षेत्रीय जन अधिकाधिक संख्या में पधारकर धर्मलाभ ले।