नीमच – लुवाई चिराई पद्धति किसान मांग रहा है और सरकार में बैठे जनप्रतिनिधि और एसी में बैठे बड़े अधिकारियों ने सीपीएस पद्धति किसान पर जबरदस्ती थोप दिया। जबकि किसानों ने कभी भी सीपीएस नहीं मांगा है। किसानों के देश में तथाकथित बुद्धिजीवी किसान नेता किसानों की सहमति से बिना अफीम खेती की नीति थोक दिया हैं। भ्रष्ट अधिकारी लाखों करोड़ों रुपए किसानों से लूट लेते हैं…..सच यह है। अफीम घटिया नहीं अधिकारी घटिया है।
किसानों में एकता का अभाव का नाजायज फायदा भ्रष्ट अधिकारी, दल्ले दलाल, दलाल मुखिया के माध्यम से चौथ वसूली करते हैं। 5000 दवा कंपनियां किसानों की गाढ़ी कमाई को खाकर हजम करना चाहती है। जबकि आजादी से आज तक किसान लुवाई चिराई के माध्यम से परंपरागत अफीम खेती औषधीय उत्पाद के रूप में अफीम खेती करते आया है। भारत सरकार को नारकोटिक्स विभाग की जमीनी हकीकत और अफीम किसानों की पीड़ा पहुंचाने हेतु मांगीलाल मेघवाल बिलोट, किसान पुत्र (शिक्षक) संरक्षक – भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति राजस्थान मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश ने अपील की है की संघठन के तहत अतिआवश्यक मीटिंग नीमच में रखी जा रही है। अफीम किसान अपने परिवार से एक सदस्य को 12 फरवरी रविवार, नीमच कृषि मंडी प्रांगण में भेजने का समय अवश्य निकालें और अवश्य भेजें। अधिक जानकारी के लिए अफीम किसान इन मोबाईल नम्बर 9929159539 पर सम्पर्क कर सकते है।